संगीत सबकी जिंदगी में एक अहम भूमिका निभाता है जिसके कारण हम अपने पूरे दिन की थकावट को मिटाने में सफल होते हैं। अब अगर संगीत की बात कर ही रहे हैं तो बॉलीवुड संगीत के बारे में कैसे भूल सकते हैं जो सिर्फ अपने धड़कते धड़कते संगीतओं के लिए मशहूर है। यह कहना गलत नहीं होगा कि संगीत बॉलीवुड के नस नस में बसता है।
बॉलीवुड के संगीत को हम इसलिए याद रखते हैं क्योंकि इनकी रचना बहुत से मशहूर म्यूजिक कंपोजर्स ने किया है। जिनको लोग मरते दम तक याद रखते हैं। तो आज हम कुछ मशहूर म्यूजिक कंपोजर्स के बारे में ही बात करेंगे-
1 आरडी बर्मन
आर डी बर्मन उन रचनाकारों में से एक हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा के संगीत में क्रांति ला दी l उनकी संगीत शैली पश्चिमी, अरबी, लैटिन, ओरिएंटल संगीत से काफी प्रभावित थी l अपने 3:30 दशक के करियर में आरडी बर्मन में 3 फिल्म फेयर अवार्ड और कई अन्य अवार्ड प्राप्त किए हैं l उनके कई अमर संगीत ट्रैक में यादों की बारात (1973), द ग्रेट जुआरी (1979), पड़ोसन (1968), कारवां (1971), शोले (1975) जैसी फिल्मों में उनकी रचनाएँ शामिल हैं।
2 जतिन ललित
जतिन पंडित और उनके भाई ललित पंडित 1990 के दशक के मशहूर म्यूजिक कंपोजर्स में से एक हैं जिन के गानों के बिना 1990 के गाने अधूरे से लगते हैं l उस दशक में इन दोनों ही भाइयों ने कई हिट गाने कंपोज किए हैं l उन्होंने दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (1995), जो जीता वही सिकंदर (1992), कभी खुशी कभी (1994), कुछ कुछ होता है (1998), गुलाम (1998), यस बॉस (1997), सरफरोश (1999), फना (2006), हम तुम (2004) जैसी फिल्मों के लिए गाने तैयार किए l आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जतिन ललित मैं एक भी सिम से अवार्ड नहीं जीता l
3 शंकर एहसान लॉय
शंकर महादेवन, एहसान नूरानी और लोय मेंडोंसा इन तीनों को ही शंकर एहसान लॉय के रूप में जाना जाता है जो बॉलीवुड के मशहूर संगीत रचनाकारों में से एक है l इन तीनों ने ही अपने करियर की शुरुआत 1990 के दशक के अंत में फिल्म शूज (1999) से की थी लेकिन इन तीनों को ही बड़ी सफलता 2001 में आई फिल्म दिल चाहता है से मिली जिसके लिए इस तिगड़ी जोड़ी को फिल्म फेयर आर डी बर्मन अवार्ड से नवाजा गया । शंकर एहसान लॉय ने पांच फिल्मफेयर अवार्ड जीते हैं । उन्होंने कल हो ना हो (2003), रॉक ऑन (2008), तारे ज़मीन पर (2007), वेक अप सिड (2009), ज़िन्दगी की मिलेगी दोबारा सहित कई व्यावसायिक रूप से सफल फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया है।
4 विशाल शेखर
विशाल ददलानी और शेखर रवजियानी, जिन्हें विशाल शेखर के नाम से जाना जाता है, एक संगीतकार जोड़ी हैं, जिन्हें सलाम नमस्ते (2005), तरारुम पम (2007), ओम शांति ओम (2007), अंजना अंजनी (2010), छात्र जैसी फिल्मों में उनकी रचनाओं के लिए जाना जाता है। वर्ष (2012), चेन्नई एक्सप्रेस (2013), हसी तो चरण (2014), बैंग बैंग (2014), भारत (2019)। उन्होंने 1990 के दशक के अंत में फिल्म प्यार में कभी (1999) से अपने करियर की शुरुआत की और 50 से अधिक बॉलीवुड फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया।
